Garv se khe hum bihari hai ।।बिहार पर गर्व करने वाले तथ्य
बिहार का इतिहास हमेशा से स्वर्णिम रहा है । विश्व को पहला गणतंत्र देने वाला हमारा बिहार 111 साल का हो चुका है । आज जब बिहार की बात विश्वपटल पर होती है तो इसकी तुलना सबसे पिछड़े राज्यों में की जाती है । यहाँ की गरीबी, भूखमरी और बेरोजगारी को दिखाया जाता है । लेकिन हमारा वर्तमान जितना आज स्याह है, अतीत हमारा उतना ही उज्ज्वल था ।
बिहार(Bihar) की महान उपलब्धि जिससे हमें बिहारी(Bihari) होने पर गर्व है ।
1.दुनिया का सबसे पहला गणतंत्र की आधारशिला की नींव बिहार(Bihar) के वैशाली में पड़ा । इसी जगह भगवान महावीर का जन्म हुआ था ।
2. दुनिया के दो महान धर्म ( जैन धर्म और बौद्ध धर्म) का जन्म बिहार(Bihar) में ही हुआ ।
3.दुनिया की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी नालंदा यूनिवर्सिटी ( Nalanada University)और तक्षशिला विश्वविद्यालय (Takshshila University) भी बिहार(Bihar) में ही है, यहां पहले विदेशों से भी लोग पढ़ने आया करते थे।
4. दुनिया को राजनीति और कूटनीति को पढाने वाले चाणक्य बिहार (Bihar)के ही रहने वाले थे ।
5. महाकाव्य रामायण लिखने वाले बाल्मीकि बिहार (Bihar)के ही थे ।
6.दुनिया को सर्जरी का ज्ञान देने वाले सुश्रुत बिहार(Bihar) से ही थे ।
7.दुनिया मे कामसूत्र के महान ग्रंथ के रचनाकार वात्स्यायन भी बिहार(Bihar) के ही रहने वाले थे ।
8.दुनिया को गणित का ज्ञान देने वाले आर्यभट्ट बिहार (Bihar)के ही रहने वाले थे ।
9. सम्पूर्ण भारत को एकसूत्र में पिरोने वाले महानतम शासक सम्राट अशोक बिहार(Bihar) के ही थे तथा अशोक चक्र भी वही से लिया गया है।
10 . सिख धर्म के आखिरी गुरु गोविंद सिंह का जन्म बिहार(Bihar) में ही हुआ और उनका पवित्र स्थान हरमिंदर तख्त पटना में है ।
11. महान कवि मैथिली कोकिल विद्यापति का जन्म बिहार(Bihar) में ही हुआ था ।
12 माता सीता की भी जन्म भूमि बिहार(Bihar) में ही थी परंतु आज यह नेपाल में है , और आज भी यहाँ की मिथिला पेंटिंग पूरे विश्व मे विख्यात है ।
13. बिहार(Bihar) में ही एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला (सोनपुर मेला)लगता है । बिहार के सोनपुर में हर साल नवंबर -दिसंबर (कार्तिक पूर्णिमा) में लगता है ।
आधुनिक बिहार भी कुछ कम नहीं है इसने भी कई महान सपूत जन्मे है, आइए अब आपको बताते है इनके बारे में, जब देश अंग्रेजो की गुलामी में था तब बिहार की भूमि में जन्मे एक 70 वर्ष के युवा बुज़ुर्ग ( बाबू कुँवर सिंह) ने अंग्रेजों से लोहा लेने की ठानी और क्या खूब पटकनी दिया उन्होंने अंग्रेजो को , जिसने युवाओ में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने का एक अलख जगाया। महात्मा गाँधी ने भी स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत बिहार के चम्पारण से ही की थी ,आपको पता होगा हमारे देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भी बिहार में ही जन्मे थे।
मेहनत और परिश्रम से तो हम भरे हुए है ही इसका उदहारण मैं अपने बिहार के "दशरथ माँझी " से दूंगा जिन्हे भारत का पर्वत पुरुष कहा गया है इनकी कहानी आप सब को पता होगी ही , हल में ही एक फिल्म बनी थी दशरथ मांझी के जीवन पर जिसके मुख्या कलाकार नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी थे और एक व्यक्ति के मेहनत और परिश्रम से एक पहाड़ भी टूट सकता है ये बात इस बिहारी ने साबित कर दी थी।
ये वही बिहार हैं जहा 70 साल के युवा वृद्ध कुंवर सिंह ने अंग्रेजो के दाँत खट्टे कर दिए थे। जिसके जोश ने युवाओ में अद्भुत जोश और उत्साह भर दिया।
आज देश के अधिकांश सरकारी पदों पर बिहार के युवा आसीन हैं। देश को कितने ही Beaurecrats हमारे इस बिहार ने दिया हैं।
आज हिन्दुस्तान के सारे शहरों का अर्थतंत्र बिहार के मजदूरों और तकनीशियनों के बलबूते पर चलता हैं। आज उद्यम के क्षेत्र में भी बिहार के लोग अपना दबदबा बनवाये हुए हैं जैसे की Vedanta, paytm,SIS Security, Aristo Pharma आदि कुछ ऐसे नाम हैं जिसे लोग आदर के साथ लेते हैं।
अंततः भूत ही नहीं वरन बिहार का वर्तमान भी स्वर्णिम हैं अतः मुझे गर्व हैं की मैं बिहारी हूँ।
दोस्तो यह लेख बिहार के बारे में जानकर कैसा लगा comment जरूर करे ।
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