पठ धातु रूप संस्कृत भाषा – Path Dhatu Roop
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Path Dhatu Roop(पठ धातू रूप) : दोस्तों आज हमने पठ् धातु के रूप लिखे है। पठ् धातु के सभी रूप को संस्कृत में सभी लकारों (All Lakar), पुरुष एवं तीनों वचन में लिखे है ।
अक्सर विद्यार्थियों को स्कूल में धातु के रूप बनाने के लिए परीक्षाओं में दिए जाते है। विद्यार्थियों की सहायता के लिए हमने सभी प्रकार के धातु के रूप लिखे है, तथा इस पर कुछ अनुवाद बनाकर concept भी clear कर दिए है ताकि विद्यार्थी को किसी प्रकार की दिक्कत न हो ।
पठ धातु रूप (path dhatoo roop)
लट् लकार (वर्तमान काल )
इसका प्रयोग वर्तमान में हो रहे कार्य के संबंध में किया जाता है ।
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | पठति वह पढ़ता है । सः पठति। | पठत: वे दोनों पढ़ते है । तौ पठतः। | पठन्ति वे लोग पढ़ते है। ते पठन्ति।
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मध्यम पुरुष | पठसि तुम पढ़ते हो । त्वम पठसि । | पठथः तुम दोनों पढ़ते हो । युवाम पठथः । | पठथ तुमलोग पढ़ते हो । युयम पठथ |
उत्तम पुरुष | पठामि मैं पढ़ता हूँ। अहम पठामि । | पठावः हमदोनो पढ़ते है । आवाम पठावः। | पठामः हमलोग पढ़ते है। वयम पठामः।
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लङ् लकार (भूतकाल )
इसका प्रयोग भुत काल मे अर्थात जो हो चुका है उसके संबंध में किया जाता है ।
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अपठत् उसने पढ़ा - सःअपठत् । | अपठातम् उनदोनो ने पढ़ा - तौ अपठातम् | अपठन् उनलोगों ने पढ़ा - ते अपठन् । |
मध्यम पुरुष | अपठः तुमने पढ़ा - त्वं अपठः । | अपठतम् तुमदोनो ने पढ़ा - युवाम अपठतम् । | अपठत तुमलोगो ने पढ़ा - युयम अपठत । |
उत्तम पुरुष | अपठम् मैने पढ़ा - अहम अपठम् । | अपठाव हमदोनो ने पढ़ा - आवाम अपठाव । | अपठाम हमलोगों ने पढ़ा - वयम अपठाम । |
लृट् लकार (भविष्यत् काल)
इसका प्रयोग जो भविष्य में होगा उसके संबंध में होता है ।
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | पठिष्यति वह पढ़ेगा - सःपठिष्यति । | पठिष्यतः वे दोनों पढ़ेंगे - तौ पठिष्यतः । | पठिष्यन्ति वे लोग पढेंगे - ते पठिष्यन्ति । |
मध्यम पुरुष | पठिष्यसि तुम पढोगे - त्वं पठिष्यसि। | पठिष्यथः तुम दोनो पढोगे - युवाम पठिष्यथः। | पठिष्यथ तुम लोग पढोगे । युयम पठिष्यथ । |
उत्तम पुरुष | पठिष्यामि मैं पढूंगा - अहम पठिष्यामि । | पठिष्यावः हमदोनो पढ़ेंगे - आवाम पठिष्यावः। | पठिष्यामः हमलोग पढेंगे - वयम पठिष्यामः । |
लोट् लकार (अनुज्ञा)
किसी को आदेश देने या लेने के संबंध में प्रयोग होता है ।
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | पठतु वह पढ़े - सः पठतु । | पठताम् वे दोनों पढ़े - तौ पठताम्। | पठन्तु वे लोग पढें - ते पठन्तु । |
मध्यम पुरुष | पठ तुम पढो - त्वम् पठ । | पठतम् तुम दोनों पढो- युवाम् पठतम्। | पठत तुम लोग पढो - यूयम् पठत । |
उत्तम पुरुष | पठानि मैं पढूं।-अहम् पठानि। | पठाव हमदोनों पढें- आवाम पठाव। | पठाम हमलोग पढें- वयम् पठाम्। |
विधिलिङ् लकार (चाहिए के अर्थ में)
इसका प्रयोग चाहिए के अर्थ में होता है ।
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | पठेत् उसे पढ़ना चाहिए - सः पठेत। | पठेताम् उनदोनो को पढ़ना चाहिए - तौ पठेताम् । | पठेयुः उनलोगों को पढ़ना चाहिए - ते पठेयुः । |
मध्यम पुरुष | पठेः तुम्हे पढ़ना चाहिए - त्वं पठेः। | पठेतम् तुमदोनो को पढ़ना चाहिए - युवाम पठेतम् । | पठेत तुमलोगो को पढ़ना चाहिए - युयम पठेत । |
उत्तम पुरुष | पठेयम् मुझे पढ़ना चाहिए - अहम पठेयम् । | पठेव हमदोनो को पढ़ना चाहिए - आवाम पठेव । | पठेम हमलोगों को पढ़ना चाहिए - वयम पठेम । |
कुछ अनुवाद
वह खाएगा । सः खादिष्यति ।
वे दोनों खाएंगे । तौ खादिष्यत: ।
वे लोग खाएँगे । ते खादिष्यन्ति ।
तुम खाओगे । त्वं खादिष्यसि ।
तुम दोनों खाओगे । युवाम खादिष्यथ:।
तुमलोग खाओगे । यूयम खादिष्यथ ।
मैं खाऊंगा । अहम खादिष्यामि ।
हमदोनो खाएँगे । आवाम खादिष्याव:।
हमलोग खाएँगे । वयम खादिष्याम ।
दोस्तो यह पोस्ट कैसा लगा comment जरूर करे ।
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