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हिंदी के कुछ शब्द जिनमे एकवचन और बहुवचन में परिवर्तन नही होता

  हिंदी के कुछ ऐसे शब्द जिनके वचन में कोई परिवर्तन नही होता । हिंदी एक बड़े भूभाग में बोले जाने वाली बहुत ही मजेदार भाषा है। इसकी सबसे महत्वपूर्ण विशेषता  है कि हिंदी दुनिया की अकेली ऐसी भाषा है जिसमें कई भाषाओं के शब्दों को समायोजित किया गया है। इसी वजह से अलग-अलग साहित्य और काल में हिंदी भाषा के शब्दों के अर्थ में थोड़ा बहुत अंतर भी मिल जाता है। हिंदी भाषा में कुछ शब्द ऐसे भी होते हैं जिनका कोई बहुवचन नहीं होता। आइए आज इनके बारे में जानते हैं :-  हिंदी भाषा के ऐसे शब्द जो  विशेषण, सर्वनाम, क्रिया या अव्यय श्रृंखला के होते हैं, उनका कोई बहुवचन नहीं होता। उदाहरण के लिए  मैं, माल, जनता, सामान, सामग्री, पुलिस वर्षा, सेना, ईश्वर । इसी प्रकार कुछ शब्द ऐसे भी हैं जो हमेशा बहुवचन होते हैं और उनका कोई एकवचन नहीं होता। उदाहरण के लिए:-  दाम, दर्शन, प्राण, आँसू, लोग,  होश समाचार, अक्षत ,हस्ताक्षर, दर्शक, अश्रु, आशीर्वाद । कुछ हिंदी  के ऐसे शब्द भी है  जिनके एकवचन और बहुवच...

How to recover from depression 15 best way . 15 tips to recover from depression.

  Some of the best ways to get out of depression are going to be told, which will prove to be very useful for you to get out of depression or to get out of despair- Let's start: Dreams come true for those who have life in their dreams. Nothing happens with wings, courage takes flight. We have seen many people around us that they always look sad, upset, in depression. Due to depression, a person starts living alone, remains under stress, remains irritable, keeps cursing himself when there is no work and cannot get out of this problem in time, then in the end he becomes a victim of a disease like depression.  commits suicide. Apart from this, a disappointed person gets nervous only when there is a slight difficulty, trouble and soon to get out of those problems, he starts wasting time by going to Pandits, astrologers, fakirs and fills him with negativity within himself.  Life seems meaningless and he feels as if despair has become a burden on his head. Today w...

डिप्रेसन से छुटकारा ।।निराशा से निकलने के 15 टिप्स ।।डिप्रेशन से नुकसान

(Depression se bahar kaise nikle ) डिप्रेसन से बाहर निकलने के लिए कुछ Best उपाय बताने जा रहे है जो आपको depression से छुटकारा दिलाने के लिए या  निराशा से बाहर निकलने के लिए बेहद उपयोगी साबित होंगे- शुरुआत करते है :- सपने उनके सच होते है ,जिनके सपनो में जान होती है । पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।। हमने अपने आसपास कई व्यक्तियों को देखा है कि वे हमेशा उदास,परेशांन,Depression में ही दिखते है। Depression  होने पर व्यक्ति अकेले रहने लगता है, तनाव में रहता है, चिड़चिड़ा रहता है ,किसी भी कार्य के न होने पर अपने आपको ही कोसते रहता है और समय रहते इस समस्या से बाहर नहीं निकल पाता है तो अंत में डिप्रेशन जैसी बीमारी का शिकार होकर आत्महत्या कर लेता है। इसके अलावा निराश व्यक्ति जरा सी कठिनाई, परेशानी आने पर ही घबरा जाता है और जल्दी ही उस परेशानियों, कठिनाइयों से निकलने के लिए पंडितो, ज्योतिषियों, फकीरों के पास जा कर समय व्यर्थ करने लगता है तथा अपने अंदर की Nigativity से भर कर उसे हर प्रकार से जीवन व्यर्थ लगने लगता है और  उसे ऐसा महसूस होता है कि जैसे निराशा उसके सिर पर ...

हनुमान जी की आरती हिंदी में ।।Hanuman jee ki Aarti Lyrics in English।। आरती की जै हनुमान।।

  हनुमान जी की आरती (Hanuman jee ki Aarti Lyrics)         ॥ आरती ॥ आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जाके बल से गिरवर काँपे । रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई । संतन के प्रभु सदा सहाई ॥ आरती कीजै हनुमान लला की ॥ दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ दे वीरा रघुनाथ पठाए । लंका जारि सिया सुधि लाये ॥ लंका सो कोट समुद्र सी खाई । जात पवनसुत बार न लाई ॥ आरती कीजै हनुमान लला की ॥ दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ लंका जारि असुर संहारे । सियाराम जी के काज सँवारे ॥ लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे । लाये संजिवन प्राण उबारे ॥ आरती कीजै हनुमान लला की ॥ दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ पैठि पताल तोरि जमकारे । अहिरावण की भुजा उखारे ॥ बाईं भुजा असुर दल मारे । दाहिने भुजा संतजन तारे ॥ आरती कीजै हनुमान लला की ।। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें । जय जय जय हनुमान उचारें ॥ कंचन थार कपूर लौ छाई । आरती करत अंजना माई ॥ आरती कीजै हनुमान लला की ॥ दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जो हनुमानजी की आरती गावे । बसहिं बैकुं...

हनुमान चालीसा हिंदी में ।। Hanuman chalisa in Hindi and English Lyrics|हनुमान जी को खुश करने के लिए पढ़े ।

  सम्पूर्ण हनुमान चालीसा हिंदी में  (Sampurna Hanuman chalisa in English)                           दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।  बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।                         चौपाई जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।। रामदूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।। महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।। कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुंडल कुंचित केसा।। हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। कांधे मूंज जनेऊ साजै। संकर सुवन केसरीनंदन। तेज प्रताप महा जग बन्दन।। विद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।। प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया।। सूक्ष्म रूप ध...

कबीर जी का जीवन परिचय और प्रसिद्ध दोहे हिंदी ,English अर्थ सहित।।kabir dohe with meaning

       कबीर दास जी का संक्षिप्त विवरण (About kabir das)   संत कबीर दास का हिंदी साहित्य के भक्ति काल में  एक महत्वपूर्ण कवि  के रूप में स्थान प्राप्त हैं। इनका जन्म सन 1398 ईसवी में उत्तर प्रदेश के वाराणसी के लहरतारा नामक स्थान में हुआ था। कबीर दास का पालन पोषण जुलाहा दंपत्ति नीरू और नीमा ने किया  था ।इनका  उपनाम कबीर दास, कबीर परमेश्वर, कबीर साहेब भी हैं।कबीर का विवाह लोई नामक महिला से हुआ। जिससे इन्हें कमाल एवं कमाली के रूप में एक पुत्र एवं पुत्री पैदा हुई। कबीर दास वैष्णव संत आचार्य रामानंद को अपना गुरु बनाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने कबीरदास को शिष्य बनाने से मना कर दिया। कबीर अपने मन ही मन  यह सोचते रहते थे कि स्वामी रामानंद को हर कीमत पर अपना गुरु बनाउंगा। इसके लिए कबीर के मन एक विचार आया कि स्वामी रामानंद जी सुबह 4 बजे गंगा स्नान के लिए जाते हैं तो मैं भी उनसे पहले जाकर गंगा किनारे बनी सीढ़ियों पर चला जाऊंगा ।इस तरह एक दिन सुबह जल्दी उठकर गंगा किनारे गए, और ये पंचगंगा घाट की सीढ़ियों पर लेट गए, रामानंद जी गंगा स्नान करने के लिए सी...