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Sanskrit

सम्प्रदाने चतुर्थी  - सम्प्रदान कारक में चतुर्थी विभक्ति का प्रयोग होता है। जैसे  स: ब्रह्मणाय भोजनं पचति । वह ब्राहमण के लिए भोजन पकाता है।

Sanskrit shlokas with Hindi and English meaning | संस्कृत श्लोक हिंदी और अंग्रेजी अर्थ सहित

       मैं संस्कृत(Sanskrit) श्लोक पोस्ट कर रहा  हुँ क्योंकि संस्कृत (Sanskrit) में श्लोक का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण है । संस्कृत (Sanskrit)को सभी भाषाओ के जननी माना जाता है, संस्कृत (Sanskrit)दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है,  संस्कृत (Sanskrit)भाषा  की महानता  संस्कृत की श्लोक (Sanskrit ke achhe slokas) से है देश में संस्कृत(Sanskrit) भाषा को देव भाषा की उपाधि भी दिया गया है पुराने समय से ही संस्कृत श्लोको(Sanskrit shlokas) के आधार पर मानव रहा है।  इस आलेख के माध्यम से आप प्रेरणादायक श्लोक,चाण्क्य नीति श्लोक(Chanakya niti shlokas), भर्तृहरी श्लोक(Bhartrihari shlokas), नीतिषतकम के श्लोक(Niti shatkam shlokas) रामायण के कुछ श्लोक(Ramayan shlokas), कर्म पर कुछ श्लोक(Karma shlokas) , परोपकार पर कुछ श्लोक(paropkar shlokas),घमंड पर श्लोक(Ghamand shlokas) तथा वीरता पर कुछ श्लोक समाहित है,जिसे पढ़कर आप जीवन बदलने की कोशिश कर सकते है । अगर आप भारतीय है तो आपको संस्कृत श्लोक (Sanskrit Shlokas) का ज्ञान अवश्य होना चाहिए मनुष्य जाती के लिए ...